दुमका, 24 जून 2024 – झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र की सहायता से चलने वाली योजनाओं में भारी भ्रष्टाचार और लूटखसोट कर रही है, जिससे विकास कार्य बाधित हो रहे हैं।
केंद्र की योजनाओं के पैसे का दुरुपयोग: मरांडी
दुमका में मीडिया से बातचीत करते हुए मरांडी ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के विकास के लिए लगातार आर्थिक मदद भेज रही है, लेकिन राज्य सरकार न तो उसका सही तरीके से उपयोग कर पा रही है और न ही उपयोगिता प्रमाण पत्र (यूसी) भेज रही है। ऐसे में केंद्र को मजबूर होकर कई योजनाओं की अगली किस्तें रोकनी पड़ती हैं।
> “केंद्र सरकार राज्य को लूटने के लिए पैसा नहीं भेजती, लेकिन यहां भ्रष्टाचारियों के कारण विकास अवरुद्ध हो गया है।” – बाबूलाल मरांडी
राज्य में बढ़ रही आतंकी गतिविधियां
मरांडी ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में झारखंड से कई आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है और केंद्रीय जांच एजेंसियों की रिपोर्ट में यह साफ हुआ है कि राज्य के कई क्षेत्रों में आतंकी संगठन सक्रिय हैं।
> “यह सिर्फ राज्य की सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।”
डीजीपी की नियुक्ति को बताया अवैध
मरांडी ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता की नियुक्ति को गैरकानूनी करार दिया। उन्होंने कहा कि अनुराग गुप्ता का आईपीएस कार्यकाल 30 अप्रैल को समाप्त हो चुका है, इसके बावजूद उन्हें डीजीपी, ACB और CID प्रमुख के पदों पर तैनात रखा गया है, जो नियम विरुद्ध है।
खनिज माफिया को संरक्षण का आरोप
मरांडी ने राज्य में बालू, कोयला और पत्थर की अवैध खनन और लूट में सत्ता पक्ष के लोगों की संलिप्तता का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार की शह पर खनिज माफिया राज्य को खोखला कर रहे हैं, जबकि आम जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।
—
