Ranchi : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट कर सरकार को वादाखिलाफी के लिए कठघरे में खड़ा किया। मरांडी ने कहा कि चुनावी वादे केवल सत्ता हासिल करने का साधन बनकर रह गए हैं। इंडी गठबंधन द्वारा चुनाव के दौरान किए गए वादों, जैसे 450 रुपये में गैस सिलेंडर और 3200 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीद, को जनता ने अपने भविष्य की उम्मीद के रूप में देखा था। लेकिन, अब इन वादों को पूरा करने में सरकार केवल बहाने बना रही है।
“जनता के भरोसे का अपमान”
बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट में कहा कि हेमंत सरकार का रवैया न सिर्फ जनता के जनादेश का अपमान है, बल्कि यह जनता के विश्वास के साथ धोखा भी है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जैसे सरकार ने 5 लाख नौकरियां देने का वादा किया था और उसे जुमला बना दिया, वैसे ही 450 रुपये में गैस सिलेंडर का वादा भी सत्ता हासिल करने का एक प्रपंच मात्र था। राज्य की जनता अब इन चुनावी वादों और सरकार की हकीकत को भलीभांति समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि जनता ने जिन वादों पर भरोसा किया था, वे केवल सत्ता प्राप्त करने के लिए गढ़ी गई रणनीतियां थीं।
विधायकों की भूमिका पर सवाल
मरांडी ने यह भी आरोप लगाया कि हेमंत सरकार का रवैया नवनिर्वाचित विधायकों को उपहास का पात्र बना रहा है। उन्होंने कहा कि वादे पूरे करने की मांग पर मुख्यमंत्री और मंत्री बहाने गढ़ने में व्यस्त हैं। ऐसे में सरकार का यह रवैया स्पष्ट करता है कि वह जनता के हितों को लेकर गंभीर नहीं है।
हेमंत सरकार के वादे और हकीकत
1. गैस सिलेंडर 450 रुपये में:
चुनावी वादे के अनुसार गैस सिलेंडर की कीमत कम होनी थी, लेकिन सरकार ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
2. धान की खरीद 3200 रुपये प्रति क्विंटल:
किसानों को उनकी मेहनत का सही दाम देने का वादा भी अब तक अधूरा है।
3. 5 लाख नौकरियां प्रति वर्ष:
रोजगार देने का यह वादा भी केवल कागजों तक सीमित रह गया है।