Adityapur : आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में लगातार हो रहे गेट जाम, धरना-प्रदर्शन और औद्योगिक कार्यों में बाधा से परेशान आदित्यपुर स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (एसिया) का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को जिला उपायुक्त नितिश कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुनायत से मिला और राजनीतिक संगठन ‘झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा’ (जेएलकेएम) द्वारा की जा रही गतिविधियों के खिलाफ लिखित शिकायत सौंपी।
औद्योगिक शांति में खलल डालने का आरोप
एसिया अध्यक्ष इंदर अग्रवाल के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने डीसी-एसपी से मुलाकात कर बताया कि झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा पिछले छह महीनों से उद्योगों के गेट जाम और अनावश्यक प्रदर्शन कर रहा है। इससे उत्पादन बाधित हो रहा है और औद्योगिक क्षेत्र में भय और अस्थिरता का माहौल बन गया है।”
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र राज्य के सबसे पुराने और बड़े औद्योगिक क्षेत्रों में से एक है, जहां करीब दो लाख लोग प्रत्यक्ष और दो लाख अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार में जुड़े हैं। अगर हालात नहीं सुधरे, तो यहां की छोटी औद्योगिक इकाइयां मजबूरन उत्पादन बंद कर देंगी या अन्य राज्यों में पलायन करेंगी, जिससे टाटा मोटर्स और टाटा स्टील जैसे बड़े उद्योग भी प्रभावित होंगे।
मजदूरों का भविष्य संकट में
एसिया ने चेताया कि लगातार औद्योगिक वातावरण खराब होने से असली नुकसान गरीब मजदूरों का होगा, जिनकी नौकरियां चली जाएंगी और रोजगार का संकट उत्पन्न हो जाएगा।
जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग
एसिया ने जिला प्रशासन से मांग की कि राजनीतिक लाभ के लिए औद्योगिक गतिविधियों में अनुचित हस्तक्षेप कर रहे संगठनों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
उद्योगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थायित्व और उत्पादकता का माहौल बहाल रखा जाए।
प्रतिनिधिमंडल में संजय कुमार सिंह, संतोख सिंह, दशरथ उपाध्याय, राजीव रंजन, दिव्यांशु सिंह, देवांग गांधी, मनदीप सिंह समेत अन्य प्रमुख उद्यमी शामिल थे।
