गोविंदपुर–चांदनी चौक सड़क परियोजना में डीपीआर बदलने को बताया आजसू–भाजपा गठबंधन की देन, जनता को गुमराह करने का लगाया आरोप
जमशेदपुर, 18 जुलाई 2025।
पूर्वी सिंहभूम के गोविंदपुर-चांदनी चौक सड़क निर्माण के अधूरे हिस्से को लेकर आजसू पार्टी द्वारा किए गए धान रोपण विरोध प्रदर्शन पर अब सियासत तेज हो गई है। इस विरोध को जिला परिषद सदस्य डॉ. परितोष सिंह ने “राजनीतिक स्टंट” करार दिया है और सीधे तौर पर भाजपा-आजसू गठबंधन सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
“7 साल पहले ही हो चुका था शिलान्यास, दो बार बदला गया डीपीआर”: डॉ. सिंह
डॉ. परितोष सिंह ने कहा कि गोविंदपुर से चांदनी चौक तक बनने वाली सड़क परियोजना का शिलान्यास 7 वर्ष पहले भाजपा-आजसू गठबंधन सरकार के कार्यकाल में हुआ था। इस दौरान परियोजना का विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) दो बार बदला गया, जिसका खामियाजा आज आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि:
“गोविंदपुर में जहां 80 फीट चौड़ी सड़क प्रस्तावित थी, वहां भाजपा और आजसू नेताओं ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर डीपीआर को दो बार बदला।
सांसद के दबाव में सड़क की चौड़ाई घटाकर 30 फीट कर दी गई ताकि उनके समर्थकों के मकानों को बचाया जा सके।”
इससे न केवल क्षेत्र के विकास कार्यों को नुकसान हुआ, बल्कि गोविंदपुर क्षेत्र में दैनिक जाम की समस्या उत्पन्न हो गई, जो भविष्य में और गंभीर रूप ले सकती है।
“धान रोपण विरोध का स्थान न्यायिक विवाद में उलझा है”
डॉ. सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि जिस स्थल पर आजसू कार्यकर्ताओं ने धान रोप कर विरोध प्रदर्शन किया, वह भूमि पारिवारिक विवाद में कोर्ट केस में उलझी हुई है। ऐसे में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लंबित है और यही कारण है कि लगभग 100 मीटर का निर्माण कार्य रुका हुआ है।
उन्होंने कहा:
“आजसू पार्टी जानबूझकर ऐसे स्थान को चिन्हित कर विरोध कर रही है, जहां कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। यह नासमझी नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश है, जिससे जनता को गुमराह किया जा सके।”
“आजसू की राजनीति कोमा में चली गई है”: डॉ. सिंह
डॉ. सिंह ने आजसू पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा:
“आजसू पार्टी को विधायक मंगल कालिंदी द्वारा गोविंदपुर क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्य रास नहीं आ रहे हैं।
सड़क, नाली, पुल-पुलिया, स्ट्रीट लाइट्स — क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है, और आजसू की राजनीति इससे कोमा में चली गई है।”
उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता आजसू की मंशा को भली-भांति समझ चुकी है और हाल ही में हुए चुनावों में आजसू को नकार कर इसका जवाब भी दे चुकी है।