जमशेदपुर। वरिष्ठ अधिवक्ता गुड्डू हैदर ने 23 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “मानवता का खून” करार दिया है। उन्होंने कहा कि निर्दोष पर्यटकों की इस निर्मम हत्या के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर बहिष्कृत किया जाना चाहिए।
श्री हैदर ने कहा, “यह एक सुनियोजित, कायराना और अमानवीय हमला है। पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंक अब सहन के बाहर है। भारत सरकार को अब कठोर रुख अपनाते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों, विशेषकर संयुक्त राष्ट्र (यूएनओ) में पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करनी चाहिए।”

उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि इस घटना को धार्मिक रंग देने की कोशिश की गई, लेकिन कश्मीर की आम जनता ने एकजुट होकर इसे नाकाम कर दिया। “कश्मीर की आवाम ने न केवल इस हमले की निंदा की बल्कि पीड़ितों की सहायता में भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया, जिससे यह साफ हो गया कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता,” हैदर ने कहा।
श्री हैदर ने प्रधानमंत्री से अपील की कि वह इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देने में कोई कोताही न बरतें। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब भारत को अपनी चुप्पी तोड़कर स्पष्ट और निर्णायक नीति के तहत कार्य करना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।