ABVP protested Matric Exam Paper Leak,झारखंड मैट्रिक पेपर लीक मामला: जमशेदपुर में ABVP ने किया मुख्यमंत्री का पुतला दहन

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Jamshedpur: झारखंड में मैट्रिक परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने जुबली पार्क गोल चक्कर के पास  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया। इस दौरान छात्रों का आक्रोश साफ दिखाई दिया। उन्होंने सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और पुलिस प्रशासन के माध्यम से छात्र आंदोलन को दबाने का आरोप लगाया।

छात्रों ने सरकार को बताया ‘निकम्मी और भ्रष्ट’

प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर पहुंच गया है। पहले सिर्फ JPSC, JSSC और CGL परीक्षाओं के पेपर लीक होते थे, लेकिन अब मैट्रिक और इंटर जैसी बोर्ड परीक्षाएं भी इससे अछूती नहीं रहीं। छात्रों का आरोप है कि कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने पैसों के लालच में प्रश्न पत्र बेचे, जिससे हजारों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।

रांची में पुलिस लाठीचार्ज पर नाराजगी

प्रदर्शनकारियों ने रांची में कल्याण कार्यालय के बाहर छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की भी कड़ी निंदा की। उनका कहना है कि जब भी छात्र अपनी आवाज उठाते हैं, सरकार पुलिस के बल पर उन्हें दबाने का प्रयास करती है। एबीवीपी के महामंत्री अभिषेक कुमार ने कहा, “हम लाठी-डंडों से डरने वाले नहीं हैं। जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिलता, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। सरकार चाहे जितने भी हथकंडे अपना ले, लेकिन हम सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे।”

जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन की चेतावनी

एबीवीपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शुभम राज ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द पेपर लीक में शामिल अधिकारियों को बर्खास्त नहीं किया गया, तो संगठन उग्र आंदोलन के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “झारखंड सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। हम यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो हम पूरे राज्य में व्यापक आंदोलन छेड़ेंगे।”

छात्रों ने आंदोलन जारी रखने का लिया संकल्प

प्रदर्शन के अंत में छात्रों ने संकल्प लिया कि जब तक राज्य में पारदर्शी परीक्षा प्रणाली लागू नहीं होती और दोषियों को सजा नहीं मिलती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उनका कहना है कि यह आंदोलन केवल पेपर लीक के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ है।

 

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