ईचागढ़ में आदिवासी जनाक्रोश रैली: कुड़मी को आदिवासी सूची में शामिल करने के विरोध में सौंपा ज्ञापन

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Ichagarh:ईचागढ़ प्रखंड मुख्यालय में रविवार को संयुक्त आदिवासी सामाजिक संगठन के बैनर तले एक विशाल आदिवासी जनाक्रोश रैली का आयोजन किया गया। रैली में सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में, सरना झंडा और तख्तियां लिए गाजे-बाजे के साथ शामिल हुए।

रैली प्रखंड कार्यालय पहुंची जहां प्रतिनिधिमंडल ने बीडीओ एकता वर्मा और सीओ दीपक प्रसाद को राज्यपाल के नाम एक तीन सूत्री ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मुख्य रूप से कुड़मी-महतो को आदिवासी सूची में शामिल नहीं करने, सरना धर्म कोड लागू करने और झारखंड में पेशा कानून के पूर्ण कार्यान्वयन की मांग की गई।

जनाक्रोश रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने “कुड़मी महतो होश में आओ”, “जय सरना”, “आदिवासी एकता जिंदाबाद” जैसे नारे लगाए। सभा को संबोधित करते हुए मानिक सरदार, श्यामल मार्डी और अन्य आदिवासी नेताओं ने कहा कि—

“अगर केंद्र सरकार कुड़मी या कुर्मी को आदिवासी सूची में शामिल करने की कोशिश करती है, तो आदिवासी समाज किसी भी हद तक जाने को तैयार है। कुड़मी महतो न कभी आदिवासी थे और न ही बनेंगे।”

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