हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन के खिलाफ मरीज के परिजनों ने लगाया अभद्र व्यवहार करने का आरोप
साहिबगंज: जिले के सबसे बड़े सदर अस्पताल में सोमवार को इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. सचिन कुमार के साथ जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के मदनशाही निवासी मैरुद्दीन अंसारी के साथ इलाज करने को लेकर कहासुनी हो गई। जहां मामले को लेकर पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि उसने अपने बेटे मुंतशिर आलम को हाथ टूट जाने के बाद इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल लेकर आए हुए थे। जहां इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. सचिन कुमार ने उनके बेटे को तुंरत ड्यूटी छोड़कर प्लास्टर नहीं करने की बात कह डाली जिसके बाद परिजन आक्रोशित हो गए और हो हंगामा करने लगे। वही मरीज के परिजनों ने इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन कुमार ने पहले तो उनके पर्ची को देखने से इनकार किया और फिर उसके पर्ची को उठाकर फेंक दिया। आगे उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन कुमार ने कहा कि आज प्लास्टर नहीं होगा जहां अगले दिन शुक्रवार को ही वे किशोर मैरुद्दीन आलम का प्लास्टर कर पाएंगे। उधर मरीज के परिजनों ने इस बात की जानकारी फौरन सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान व उपाधीक्षक डॉ. देवेश कुमार को दी जिसके बाद सीएस व डीएस दोनों वरीय अधिकारी सदर अस्पताल पहुंचे और परिजनों से पूरे मामले की जानकारी ली। उधर सीएस व डीएस ने परिजनों को समझा बुझाकर भरोसा दिलाया कि उनके बच्चे का इलाज किया जाएगा। वही मामले को लेकर पीड़ित मरीज के परिजनों ने कहा कि वे इस मामले को लेकर उपायुक्त हेमंत सती को लिखित आवेदन देते हुए सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन कुमार के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करते हुए अन्य प्रखंडों में संचालित अस्पताल में भेजने का काम करें ताकि सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को ऐसे चिकित्सकों से बेवजह बहस न करना पड़े। उधर सदर अस्पताल में ड्यूटी से फ्री होने के बाद हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन कुमार ने हाथ फ्रैक्चर हुए किशोर का बेहतर इलाज करते हुए नजर आए। वही सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी पूरे ईमानदारी व निष्ठापूर्वक मरीजों का इलाज करें ताकि सरकार की छवि धूमिल न हो।