इंसाफ के लिए जद्दोजहद कर रहे नगर परिषद से सेवानिवृत संग्राम सिंह, पेंशन के लिए हाईकोर्ट में दायर करेंगे रिट

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साहिबगंज: पिछले कई वर्षों से पेंशन के लिए संघर्ष कर रहे नगर परिषद के सेवानिवृत टैक्स दारोगा संग्राम सिंह पेंशन के लिए दोबारा हाईकोर्ट में रिट दायर करेंगे। जहां ढलती उम्र के इस पड़ाव में ग्लूकोमा और अन्य बीमारी झेलने के बावजूद इंसाफ के लिए के लिए उनकी जद्दोजहद कम नहीं हुई है। उधर 16 वर्षों से लगातार अपनी पेंशन विसंगति को लेकर परेशान संग्राम सिंह ने बताया कि 30 जून 2009 को सेवानिवृत होने के बाद से उन्हें 5वें वेतनमान के अनुसार पेंशन मिल रहा है जबकि 6 वीं वेतनमान के अनुरूप पेंशन का लाभ 1 जनवरी 2006 के बाद से झारखंड के सभी जिलों व नगर परिषद में प्रभावी है लेकिन उन्हें महज 5000 रुपया प्रतिमाह पेंशन मिल रहा है। जबकि अन्य जिलों के रिटायर कर्मियों को 23 हजार रुपया पेंशन मिल रहा है। आगे उन्होंने बताया कि नगर परिषद से उन्होंने कई बार गुहार लगाई लेकिन न्याय नहीं मिलने पर मजबूर होकर उन्होंने 2014 में हाईकोर्ट में रिट दायर किया था। जहां सुनवाई के दौरान नगर परिषद ने कई बार कोर्ट को गलत तथ्यों से बरगलाने की कोशिश की। इस बीच हाईकोर्ट के उनके अधिवक्ता के पीपी बन जाने के बाद उनका मामला लटक गया था। आगे संग्राम सिंह ने बताया कि इस मामले में डब्ल्यूपी संख्या 1861 पर हाईकोर्ट के फैसले को आधार बनाकर पुनः एक बार हाईकोर्ट में रिट दायर करेंगे।

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