जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने कहा – वीर सपूत की कुर्बानी सदैव रहेगी प्रेरणास्रोत
जमशेदपुर। स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी और क्रांतिकारी शहीद खुदीराम बोस के शहादत दिवस के अवसर पर पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से मानगो स्थित सुभाष कॉलोनी में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने पुष्प अर्पित कर शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और कहा कि खुदीराम बोस का जीवन साहस, देशभक्ति और बलिदान का अद्वितीय उदाहरण है।
खुदीराम बोस का जीवन और बलिदान
अपने संबोधन में जिलाध्यक्ष दुबे ने कहा कि खुदीराम बोस का जन्म 1889 में बंगाल के मिदनापुर में हुआ था। किशोरावस्था से ही वे देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत थे और वंदे मातरम् पंपलेट का वितरण कर जनजागरण में जुटे रहते थे। 1905 में बंगाल विभाजन के बाद उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई।
उनके क्रांतिकारी विचार और कार्यों को देखते हुए उन्हें प्रफुल्ल चंद्र चाकी का साथ मिला और दोनों को ब्रिटिश जज किंग्सफोर्ड की हत्या का दायित्व सौंपा गया। एक मौके पर किंग्सफोर्ड पर बम फेंका गया, लेकिन संयोग से वह वहाँ मौजूद नहीं थे। इसके बाद दोनों क्रांतिकारी रेलवे स्टेशन पहुँचे, जहाँ अंग्रेज सैनिकों ने उन्हें घेर लिया। प्रफुल्ल चंद्र चाकी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए स्वयं को गोली मार शहीद कर दिया, जबकि खुदीराम बोस को गिरफ्तार कर लिया गया।उन्हें मुजफ्फरपुर जेल में रखा गया, जहाँ 11 अगस्त 1908 को मात्र 18 वर्ष की आयु में हँसते-हँसते फाँसी के फंदे को चूम लिया। जिलाध्यक्ष दुबे ने कहा कि ऐसे वीर सपूतों की कुर्बानी के कारण ही आज देश आज़ाद है और उनके आदर्श सदैव नई पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे।
कार्यक्रम में शामिल हुए गणमान्य
श्रद्धांजलि सभा में जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे के अलावा प्रदेश सचिव सामंता कुमार, अंसार खान, आनंद मय पात्रा, रविशंकर के.पी., निखिल कुमार, इंतिखाब वास्ती सहित अनेक कांग्रेसजन उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर शहीद के चित्र और प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।