जमशेदपुर, 31 जुलाई – जुगसलाई क्षेत्र के डी कोस्टा फिटर से जुड़े मोहल्लों में रहने वाले नागरिक पिछले 16 महीनों से हर सुबह बिजली कटौती की समस्या से जूझ रहे हैं। आरपी पटेल हाई स्कूल रोड, नया बाजार और सफीगंज मोहल्ला जैसे इलाकों के निवासियों को रोज सुबह 5:30 बजे से लेकर 6:00 बजे तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ता है, जबकि जुगसलाई के अन्य हिस्सों—जैसे स्टेशन रोड, मिल्लत नगर और पुरानी बस्ती—में इस तरह की कोई समस्या नहीं है।
इस दोहरे रवैये को लेकर स्थानीय निवासी एवं अधिवक्ता अमर तिवारी ने झारखंड सरकार से औपचारिक शिकायत की है। उनका कहना है कि बिना किसी तकनीकी कारण या सूचना के लगातार इतने लंबे समय तक सिर्फ एक हिस्से की बिजली काटना न केवल प्रशासनिक लापरवाही है, बल्कि लोगों के मौलिक अधिकारों का भी हनन है।
अमर तिवारी ने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने इस विषय में बिजली विभाग को लिखित शिकायत दी थी, जिसका जवाब मिला कि निर्देश दे दिए गए हैं कि बिजली आपूर्ति सुचारु रूप से की जाए, परंतु जमीनी हकीकत में कोई सुधार नहीं हुआ। विभागीय निर्देश केवल कागज़ों तक ही सीमित रह गए हैं।
तिवारी ने यह भी सवाल उठाया कि –
“क्या डी कोस्टा फिटर के अंतर्गत आने वाले उपभोक्ता बिजली बिल नहीं भरते? या क्या उनके ऊपर अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक बकाया है? अगर ऐसा नहीं है, तो केवल इन्हीं मोहल्लों में रोज़ाना सुबह बिजली क्यों काटी जाती है?”
इस अन्याय के खिलाफ झारखंड सरकार को भेजी गई शिकायत को अब डीजीएम, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड, रांची को अग्रेषित किया गया है। अगर अब भी बिजली विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठाता है, तो अधिवक्ता अमर तिवारी ने स्पष्ट किया है कि वे इस मुद्दे को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे।
