पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और ‘हो‘ समाज युवा महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, मुख्यमंत्री कार्यालय में भी रखी अपनी बात
रांची, 8 जुलाई 2025:
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) नियमावली–2025 में ‘हो’ भाषा के अभ्यर्थियों को लेकर राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णय पर अब विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। नियमावली में केवल तीन जिलों — पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और पूर्वी सिंहभूम — को ही ‘हो’ भाषा के लिए पात्र माना गया है, जबकि राज्य के अन्य कई जिलों में भी इस भाषा के बड़ी संख्या में वक्ता निवास करते हैं।
इसी मुद्दे को लेकर आज आदिवासी ‘हो‘ समाज युवा महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व मुख्यमंत्री श्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में राजभवन, रांचीपहुंचा और माननीय राज्यपाल से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में यह मांग रखी कि ‘हो’ भाषा को झारखंड के अन्य जिलों — जैसे खूँटी, राँची, रामगढ़, हजारीबाग, धनबाद, बोकारो, दुमका, गुमला आदि में भी शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए मान्यता दी जाए।
‘हो’ भाषा को द्वितीय राजभाषा का दर्जा, फिर भी उपेक्षा!
प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा कि ‘हो’ भाषा को झारखंड सरकार द्वारा द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। इसके बावजूद नियमावली में सीमित जिलों को शामिल करना ‘हो’ भाषा बोलने वाले समुदाय के साथ अन्याय है। इन जिलों में भी इस भाषा के हजारों अभ्यर्थी हैं, जिन्हें यह नियमावली स्वतः ही बाहर कर देती है।
मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास, कार्यालय में सौंपा गया ज्ञापन
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास भी किया, लेकिन मुख्यमंत्री के राज्य से बाहर होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो सकी। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री सचिवालय पहुंचा और वहां मौजूद अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा। इसमें मांग की गई कि शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली में सुधार कर अन्य जिलों को भी शामिल किया जाए, ताकि ‘हो’ भाषा के सभी अभ्यर्थियों को समान अवसर प्राप्त हो सके।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख लोग
प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इपिल सामड, उपाध्यक्ष सुरा बिरूली, महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र पुरती, संयुक्त सचिव रवि बिरूली, धर्म सचिव सोमा जेराई, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द बिरूवा, जिलाध्यक्ष शेरसिंह बिरूवा, सचिव ओएबन हेम्ब्रम, सदस्य सिकंदर तिरिया समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।