वन महोत्सव के अवसर पर मॉडल कॉलेज राजमहल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
राजमहल: मॉडल कॉलेज राजमहल में दिनांक 5 जुलाई 2025 को “वन महोत्सव” के उपलक्ष्य में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन बड़े उत्साह और पर्यावरणीय चेतना के साथ किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं आमजनों में पर्यावरण संरक्षण, वनों के महत्व तथा वृक्षारोपण की आवश्यकता के प्रति जागरूकता फैलाना था। वही इस मौके पर बताया गया कि अपने जीवन में कोई भी उत्सव हो वृक्ष अवश्य लगाएं क्योंकि भारतीय परंपरा में तो वृक्षों को ईश्वर का रूप माना गया है। आइए वन महोत्सव के अवसर पर हम सभी मिलकर प्रकृति पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लें। उधर कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने की। जहां अपने संबोधन में उन्होंने वन महोत्सव की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, उद्देश्य और इसकी प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। वही उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “वन हमारे जीवन का आधार हैं। ये न केवल हमें प्राणवायु (ऑक्सीजन) प्रदान करते हैं, बल्कि वर्षा, मिट्टी की उर्वरता, जैव विविधता और जलवायु संतुलन के लिए भी अत्यंत आवश्यक हैं। बिना वृक्षों के पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी असंभव है।” आगे प्राचार्य डॉ. सिंह ने सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अपने घरों, मोहल्लों और गाँवों में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें। साथ ही उन्होंने यह भी अपील की कि “केवल वृक्ष लगाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसकी देखभाल और संरक्षण भी उतना ही आवश्यक है। यदि हर व्यक्ति कम से कम एक वृक्ष को गोद ले और उसका पालन-पोषण करे, तो आने वाले वर्षों में पृथ्वी को फिर से हरित, स्वच्छ और संतुलित बनाया जा सकता है।” इस अवसर पर कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. रमज़ान अली द्वारा किया गया, जिन्होंने उपस्थित लोगों को वन महोत्सव के महत्व, वनों की घटती संख्या और उससे उत्पन्न होने वाले पर्यावरणीय संकटों की ओर भी जागरूक किया। उन्होंने सरल एवं प्रभावशाली शब्दों में छात्रों और आमजनों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में छात्रा शिवानी ने पेड़ पौधे के महत्व को बताया वहीं छात्र मो सैफ का तकनीकि सहयोग किया। वही कार्यक्रम में महाविद्यालय के दर्जनों छात्र-छात्राएं, अभिभावक, शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मी सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से कॉलेज कर्मी मोहन सिंह, सुमित साहा, प्रकाश महतो, कर्मु महतो आदि की सक्रिय भागीदारी रही। इस अवसर पर वृक्षारोपण का भी आयोजन किया गया, जिसमें प्राचार्य, शिक्षकगण, विद्यार्थियों एवं अन्य उपस्थित लोगों ने मिलकर परिसर में पौधे लगाए। कार्यक्रम के अंत में सभी ने यह संकल्प लिया कि वे हर साल कम से कम एक वृक्ष अवश्य लगाएंगे और उसे संरक्षित भी करेंगे। इस जागरूकता कार्यक्रम ने महाविद्यालय परिसर में न केवल पर्यावरणीय चेतना को मजबूती दी, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि सतत विकास की दिशा में वृक्षारोपण और वन संरक्षण सबसे अहम कड़ी है।