बोरियो प्रखंड में दो साल से कम सेवा देने वाले पंचायत सचिव बन गए प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी

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एनआरईपी के जेई को भी मनरेगा जेई के तौर पर कर दिया गया प्रतिनियुक्त

बोरियो: प्रखंड बोरियो में प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी का कार्यभार संभालने के लिए जिनको जिम्मेदारी दी गई, वो योग्यता पूरी नहीं करते हैं। जहां कुछ महीनों से बीपीआरओ का पदभार पंचायत सचिव परमानंद मंडल संभाल रहे हैं। उक्त पंचायत सचिव बांझी संथाली व बीरबल कांदर पंचायत में भी कार्यरत है। उधर कुछ महीनों पहले बोरियो प्रखंड के बीपीआरओ का तबादला बरहरवा हो गया था, जिसके बाद वर्तमान बीपीआरओ को पदभार दिया गया था। जहां प्रखंड विकास पदाधिकारी नागेश्वर साव ने पंचायत सचिवों में से जो सबसे योग्य है उन्हें दरकिनार करते हुए महज दो साल से भी कम सेवा देने वाले पंचायत सचिव को बीपीआरओ का पदभार दे दिया था। वही बोरियो प्रखंड में ऐसे कई पंचायत सचिव हैं जो पिछले 15-16 सालों से सेवा दे रहें हैं लेकिन उन पंचायत सचिवों को बीपीआरओ के लिए योग्य नहीं समझा गया। वही विशेष सूत्रों के मुताबिक कहा जाता है कि वर्तमान बीपीआरओ पर बीडीओ साहब मेहरबान हैं।

क्या है नियमावली

उधर प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी की नियुक्ति में पंचायत सचिवों की योग्यता का आधार देखा जाता है। जहां पंचायत राज विभाग ने वर्ष 2017 में बीपीआरओ नियुक्ति को लेकर एक नियमावली जारी किया था, जिसके अनुसार पंचायत सचिवों को न्यूनतम 7 वर्ष के सेवा अवधि पूर्ण करने के बाद ही बीपीआरओ के लिए प्रोन्नत दिया जा सकता है। उधर प्रोन्नत के लिए कई अहम प्रक्रियाओं को पूर्ण करना होता है। वहीं अगर किसी पंचायत सचिव को प्रभार में बीपीआरओ बनाया जाता है तो उसकी नियमावली में भी सेवा अवधि को आधार माना जाता है, जो ज्यादा वर्षो तक सेवा दिए हो उन्हें प्रभार दिया जाने का प्रावधान है लेकिन बोरियो प्रखंड में सभी नियमों को ताक में रख कर महज दो साल से कम सेवा देने वाले पंचायत सचिव को बीपीआरओ का पदभार संभालने की जिम्मेदारी दे दी गईं है। इतना ही नहीं बोरियो प्रखंड मुख्यालय में एनआरईपी विभाग के जेई संगम कुमार को मनरेगा जेई के तौर पर तीन पंचायतों का कार्यभार दे दिया गया है जबकि वर्ष 2023 में ग्रामीण विकास विभाग के आदेश अनुसार एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था, जिसमें स्पष्ट लिखा गया था कि जिस प्रखंड में मनरेगा के जेई कार्यरत हैं उस प्रखंड में किसी दूसरे विभाग जैसे 15 वें वित्त, एनआरईपी या अन्य के जेई को मनरेगा जेई के तौर पर कार्यभार नहीं दिया जा सकता। जहां बोरियो प्रखंड में वर्तमान में चार मनरेगा जेई कार्यरत हैं इसके बावजूद एनआरईपी विभाग के जेई को मनरेगा जेई के लिए प्रतिनियुक्त कर दिया गया है।

बीडीओ के अधीन है बीपीआरओ को प्रभार देने की शक्ति: डीपीआरओ

उधर इस मामले को लेकर जिला पंचायती राज पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि वर्तमान बीपीआरओ को प्रभार, बोरियो बीडीओ द्वारा दिया गया है। जहां बोरियो बीडीओ ही स्पष्ट रूप से बता पाएंगे कि वर्तमान बीपीआरओ को प्रभार किस आधार पर दिया गया है हालांकि विभाग ने सभी योग्य पंचायत सचिवों की सूची सरकार को भेजा है, ताकि जल्द से जल्द प्रोन्नत करके स्थाई बीपीआरओ की नियुक्ति हो सके।

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