पहलगाम में पर्यटकों की हत्या के विरोध में कॉ-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज में शोकसभा, छात्रों-शिक्षकों ने जताया गहरा आक्रोश

जमशेदपुर :  पहलगाम में हाल ही में हुए अमानवीय और जघन्य हमले में निर्दोष पर्यटकों की हत्या से आहत कॉ-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज, जमशेदपुर में गुरुवार को एक शोकसभा का आयोजन किया गया। इस भावभीनी सभा में कॉलेज के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और कर्मचारियों ने एकजुट होकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी और घटना पर गहरा शोक व आक्रोश व्यक्त किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जितेन्द्र कुमार ने की। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा, “यह घटना केवल कुछ व्यक्तियों पर हमला नहीं है, यह सम्पूर्ण मानवता और सभ्यता के मूल्यों पर आघात है। ऐसी घटनाएं समाज के समक्ष गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं और इसके समाधान के लिए कानून के विद्यार्थियों को सजग रहना होगा।” उन्होंने दो मिनट का मौन रखकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे न्याय, मानवाधिकार और करुणा के प्रति सजग और सक्रिय नागरिक बनें।

मंच संचालन संजीव कुमार बीरउली ने प्रभावशाली ढंग से किया। उन्होंने घटना की पृष्ठभूमि समझाते हुए युवाओं से अपील की कि वे केवल पाठ्य पुस्तकों तक सीमित न रहें, बल्कि वास्तविक जीवन में अन्याय और हिंसा के विरुद्ध आवाज़ उठाएं। सभा को संबोधित करते हुए छात्र प्रतिनिधि रमेश बस्के ने कहा, “यह हमला संविधान में दिए गए मूलभूत अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों पर है। हमें एकजुट होकर ऐसे कृत्यों का विरोध करना होगा जो समाज में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा करते हैं।” उन्होंने छात्रों को याद दिलाया कि कानून का अध्ययन केवल कैरियर नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का माध्यम भी है।

कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थितों ने मोमबत्तियाँ और अगरबत्तियाँ जलाकर शांति और न्याय की कामना की। पूरे माहौल में गम और गंभीरता स्पष्ट झलक रही थी। सभा का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। कॉलेज प्रशासन ने इस अवसर पर यह भी स्पष्ट किया कि वे आने वाले समय में ऐसी सामाजिक और संवेदनशील गतिविधियों को प्राथमिकता देंगे, जिससे छात्र न केवल विधि विशेषज्ञ बनें, बल्कि संवेदनशील और उत्तरदायी नागरिक भी।

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