Jamshedpur: महान क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहादत दिवस के अवसर पर 23 मार्च 2025 को नमन परिवार द्वारा आयोजित दसवीं शहीद सम्मान यात्रा सह अखंड तिरंगा यात्रा को ऐतिहासिक और भव्य बनाने के लिए एक अहम तैयारी बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता नमन के संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने की, जिसमें शहर के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
राष्ट्र प्रेम और एकता का संदेश
मुख्य वक्ता एवं नमन के संरक्षक राकेश्वर पांडे ने कहा कि यह यात्रा न केवल स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों के बलिदान को स्मरण करती है, बल्कि समाज में राष्ट्र प्रेम और एकता की भावना को भी प्रबल करती है। उन्होंने सभी शहरवासियों से इस यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील करते हुए कहा कि यह आयोजन केवल नमन परिवार का नहीं, बल्कि पूरे समाज का है, जो भारत माता के सम्मान में आयोजित किया जाता है।

तिरंगा यात्रा का उद्देश्य और शुरुआत
नमन के संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने बताया कि वर्ष 2016 में जेएनयू में लगे ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ जैसे नारों के विरोध में नमन परिवार ने अखंड तिरंगा यात्रा की शुरुआत की थी। इस यात्रा का उद्देश्य राष्ट्रवाद और भारतीयता के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना है। काले ने कहा कि यह यात्रा उन सभी ताकतों के खिलाफ एक सशक्त संदेश है, जो भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देती हैं। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से इस आयोजन में शामिल होने और इसे सफल बनाने की अपील की।
युवाओं में देशभक्ति की अलख जगाती है यात्रा
वरिष्ठ पत्रकार और नमन के संरक्षक बृजभूषण सिंह ने कहा कि पिछले दस वर्षों से यह यात्रा जमशेदपुर के गौरव का प्रतीक बन गई है। इससे युवाओं में देशभक्ति की भावना जागती है और उन्हें स्वतंत्रता संग्राम के वीरों के बलिदान को स्मरण करने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि नमन परिवार राष्ट्रभक्ति की अलख जगाने का जो कार्य कर रहा है, वह सराहनीय है।
बैठक में मौजूद गणमान्य व्यक्ति
बैठक में नमन के संरक्षक वरुण कुमार, यूनियन नेता परविंदर सिंह, कवि एवं साहित्यकार गुरमीत सिंह काके, जिला परिषद सदस्य कुसुम पूर्ति, पूर्व सैनिक बलविंदर सिंह, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के महामंत्री जितेंद्र सिंह, रामलीला समिति के मनोज मिश्रा और युवा समाजसेवी पप्पू राव सहित अन्य प्रमुख व्यक्तियों ने अपने विचार व्यक्त किए। संचालन जूगुन पांडे ने किया और धन्यवाद ज्ञापन महेश मिश्रा ने प्रस्तुत किया।