Galudih : टाटा से रांची तक बनने वाली फ़ोरलेन सड़क का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन जो हिस्सा बन चुका है, उसकी हालत भी खराब हो चुकी है। खासकर पुतड़ू और गालूडीह के बीच महुलिया के पास सड़क की स्थिति इतनी जर्जर हो गई है कि वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद गालूडीह टोल प्लाजा पर वाहनों से नियमित रूप से टोल वसूली जारी है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।
गालूडीह के पास सड़क की खराब हालत: मरम्मत कार्य में लापरवाही
पुतड़ू गालूडीह टोल ब्रिज से महज तीन किलोमीटर पहले महुलिया के पास सड़क पर गड्ढे और टूट-फूट के कारण वाहनों का आवागमन जोखिम भरा हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क कुछ साल पहले ही बनी थी, लेकिन अब इसकी हालत इतनी खराब हो चुकी है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पिछले कई महीनों से सड़क की मरम्मत नहीं हुई है, जबकि एनएचएआई (NHAI) को इसकी जिम्मेदारी निभानी चाहिए थी। इसके बावजूद टोल प्लाजा पर हर वाहन से टोल वसूला जा रहा है, जो नियमों के विपरीत है।
एनएचएआई के नियमों का उल्लंघन: टोल वसूली पर सवाल
एनएचएआई के नियमों के अनुसार, दो टोल प्लाजा के बीच न्यूनतम दूरी 60 किलोमीटर होनी चाहिए। लेकिन गालूडीह टोल प्लाजा और धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के कोकपाड़ा टोल प्लाजा के बीच की दूरी केवल 30 किलोमीटर है। इसके बावजूद टोल वसूली की जा रही है, जो स्पष्ट रूप से नियमों का उल्लंघन है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा है कि यदि दो टोल प्लाजा के बीच की दूरी 60 किलोमीटर से कम है, तो वहां टोल नहीं लिया जाना चाहिए। इसके बावजूद स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस नियम का पालन नहीं हो रहा है।
भ्रष्टाचार के आरोप: नई सड़क के बावजूद खराब स्थिति
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क बनने के कुछ ही साल बाद इसका टूटना भ्रष्टाचार को दर्शाता है। निर्माण कार्य में मानकों का पालन नहीं किया गया, जिसके कारण सड़क जल्दी खराब हो गई। गालूडीह टोल प्लाजा से प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं, लेकिन एनएचएआई द्वारा सड़क की मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय निवासी विवेक मंडल ने बताया कि रात के समय खासकर छोटी गाड़ियों के लिए यह मार्ग बेहद खतरनाक हो जाता है। उन्होंने कहा कि टोल शुल्क तो सभी वाहन चालक देते हैं, लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं की जा रही है।
जनता की मांग: सड़क की मरम्मत और नियमों का पालन हो
स्थानीय लोगों ने एनएचएआई से मांग की है कि महुलिया के पास सड़क की जल्द से जल्द मरम्मत कराई जाए और टोल वसूली के नियमों का पालन किया जाए। अगर जल्द समाधान नहीं मिला, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। अब देखना होगा कि प्रशासन कब तक इस समस्या का समाधान करता है और राहगीरों को राहत मिलती है।