ZIADA Adityapur: आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में ज़ियाड़ा (ZIADA) द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ सोमवार को स्थानीय युवा संगठनों ने ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध के चलते प्रबंधन को अभियान फिलहाल रोकने पर मजबूर होना पड़ा।
पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार, ज़ियाड़ा प्रबंधन ने जैसे ही बुलडोजर लगाकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की, सैकड़ों युवा संगठन के कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी मौके पर जमा हो गए। उन्होंने बुलडोजर के सामने खड़े होकर इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया।
ज़ियाड़ा कार्यालय में सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने विरोध के बाद ज़ियाड़ा के क्षेत्रीय उपनिदेशक से मुलाकात की और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को तुरंत रोकने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि यदि यह अभियान दोबारा शुरू किया गया तो कड़े कदम उठाए जाएंगे।
क्षेत्रीय उपनिदेशक ने आश्वासन दिया कि वर्तमान में अतिक्रमण हटाने का अभियान रोक दिया जाएगा। इसके बाद आक्रोशित प्रदर्शनकारी शांत हुए और वापस लौटे।
अतिक्रमण हटाने पर मुआवजे की मांग
पूर्व पंचायत सदस्य और युवा संगठन के सदस्य राम हांसदा ने कहा कि ज़ियाड़ा प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिन दुकानों, होटलों और छोटे व्यवसायों को हटाया जा रहा है, उनके लिए पहले पुनर्वास की व्यवस्था हो। उन्होंने यह भी कहा कि यदि अभियान फिर से शुरू हुआ तो ज़बरन हटाई गई संपत्तियों का मुआवजा वसूला जाएगा।
औद्योगिक क्षेत्र बंद करने की मांग
राम हांसदा ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो मजबूरन आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में बंदी का आह्वान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यहां लोग पंचर की दुकान, मैकेनिक व छोटे व्यवसायों के जरिए अपना जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में उनका विस्थापन पूरी तरह अनुचित है।
यह घटना स्थानीय लोगों की आजीविका से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाती है, जहां पुनर्वास की मांग और स्थायी समाधान की आवश्यकता है।