पिता की हत्या के पीछे बेटा ही निकला मास्टरमाइंड
Chandil Murder:चांडिल थाना क्षेत्र में कल्पना स्टूडियो के मालिक दिलीप गोराई की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस जघन्य अपराध की साजिश उनके छोटे बेटे राकेश गोराई ने रची थी। पिता की हत्या करवाने के लिए राकेश ने अपने रिश्ते के भांजे सुमित सोलंकी को 65,000 रुपये की सुपारी दी।
जांच के अनुसार, 19 वर्षीय सुमित ने अपने साथी कैलाश कर्मकार के साथ 13 जनवरी को कल्पना स्टूडियो में घुसकर दिलीप गोराई को गोली मारी। गंभीर रूप से घायल दिलीप को तुरंत टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) ले जाया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई।
पुलिस की सूझबूझ और तकनीकी जांच से सुलझा मामला
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार सिन्हा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने इस मामले की गहराई से जांच की। टीम ने तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी के आधार पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में राकेश गोराई (30 वर्ष), सुमित सोलंकी (19 वर्ष), और सुपारी किलर कैलाश कर्मकार (19 वर्ष) शामिल हैं।
घटना में प्रयुक्त बाइक और कपड़े बरामद
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई हीरो स्प्लेंडर प्लस बाइक (नंबर JH 05 BP-5975) और घटना के दौरान पहने गए कपड़े बरामद कर लिए हैं। हालांकि, वारदात में प्रयुक्त पिस्तौल की बरामदगी और अन्य सहयोगियों की तलाश अब भी जारी है।
पुलिस टीम का संगठित प्रयास
इस मामले को सुलझाने में कई थाना प्रभारियों ने मिलकर काम किया। पुलिस टीम में चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार सिन्हा के साथ चांडिल थाना प्रभारी अजय कुमार, नीमडीह के संतन कुमार तिवारी, चौका के बजरंग कुमार महतो, ईचागढ़ के विक्रमादित्य पांडेय, और अन्य अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई।
पिता की हत्या क्यों करवाना चाहता था बेटा?
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि पिता-पुत्र के बीच पारिवारिक विवाद लंबे समय से चल रहा था। पुलिस का मानना है कि राकेश ने गुस्से और आर्थिक फायदे के लिए इस घिनौनी साजिश को अंजाम दिया।
मामले की वर्तमान स्थिति
पुलिस टीम ने हत्या के अन्य पहलुओं और पिस्तौल की बरामदगी के लिए छापेमारी तेज कर दी है। इस केस के खुलासे ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी है।