भारत ने बारबाडोस के केंसिंग्टन ओवल में खेले गए रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हराकर अपना दूसरा ICC पुरुष T20 विश्व कप खिताब जीता। मैच के दौरान एक के बाद एक कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने धैर्य बनाए रखा और बीच के ओवरों में हेनरिक क्लासेन की तूफानी गेंदबाजी पर काबू पाकर 177 रनों का सफलतापूर्वक बचाव किया और ICC T20 खिताब 2007 के बाद 17 सालो के इस लंबे इंतजार को भी खत्म किया।
177 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम एक समय मजबूत स्थिति में होने के बावजूद 20 ओवरों में 168/8 रन ही बना सकी और भारत ने आठ विकेट से जीत दर्ज की।
भारत ने पूरे टूर्नामेंट में अपना दबदबा बनाए रखा और पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश जैसी टीमों पर जीत हासिल करते हुए फाइनल में अजेय रही। दक्षिण अफ्रीका ने भी फाइनल तक पहुँचने से पहले अपने सभी मैच जीते, लेकिन कई मौकों पर उन्हें कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ा, जिससे उन्हें मुश्किलों से बाहर निकलने का रास्ता तलाशना पड़ा।
शनिवार को टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मार्को जेनसन के पहले ओवर में तीन चौके लगाकर शानदार शुरुआत की।