शिक्षकों को उनका हक मिले, स्थानांतरण प्रक्रिया हो आसान – संजीव सरदार
राज्य के सरकारी +2 विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को 12 वर्षों की सेवा के बाद भी वरीय वेतनमान का लाभ नहीं मिल पा रहा है। साथ ही, स्थानांतरण की कोई सुगम प्रक्रिया भी नहीं है, जिससे शिक्षक लंबे समय से परेशान हैं। इस अहम मुद्दे को पोटका विधायक संजीव सरदार ने मंगलवार को विधानसभा के शून्यकाल में उठाया और सरकार से तत्काल समाधान की मांग की।
विधानसभा में गूंजा शिक्षकों का मुद्दा
संजीव सरदार ने कहा कि PGT (स्नातकोत्तर शिक्षक) लंबे समय से एक ही स्थान पर पदस्थापित हैं, लेकिन स्थानांतरण की पारदर्शी नीति न होने के कारण उन्हें असुविधा झेलनी पड़ रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि –
> “शिक्षकों को जल्द से जल्द उनका वरीय वेतनमान दिया जाए और उनके स्थानांतरण की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मांग केवल अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए नहीं, बल्कि पूरे राज्य के शिक्षकों के हक में उठाई गई है।
शिक्षकों के लिए नीति सुधार की जरूरत
संजीव सरदार ने शिक्षकों की प्रशासनिक समस्याओं को लेकर सरकार से शीघ्र समाधान की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षक निर्विघ्न रूप से अपनी सेवाएं देंगे, तो इसका सीधा लाभ राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मिलेगा।
शिक्षक संगठनों ने जताया आभार
संजीव सरदार की इस पहल को लेकर शिक्षक संगठनों ने आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि सरकार जल्द ही कोई ठोस निर्णय लेगी।
