आठ जोड़ों की हुई सगाई, 11 मार्च को होगा भव्य विवाह समारोह
Jamshedpur : नरेंद्र मोदी विचार मंच और सनातन सेवा परिषद द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले सामूहिक विवाह अनुष्ठान का आयोजन इस वर्ष भी किया जा रहा है। इस आयोजन के तहत आज कुल आठ वर-वधुओं की सगाई गायत्री परिवार के सदस्यों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार और हिंदू रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुई।
अब यह सभी आठ जोड़े 11 मार्च 2025 को एक भव्य समारोह में परिणय सूत्र में बंधेंगे।
जरूरतमंद बेटियों के लिए सामूहिक विवाह – एक पुण्य कार्य
नरेंद्र मोदी विचार मंच, झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष विनोद राणा ने बताया कि मंच पिछले कई वर्षों से जरूरतमंद परिवारों की बेटियों का विवाह सामूहिक रूप से कराकर कन्यादान-महादान की परंपरा को निभा रहा है। इस वर्ष भी मंच और सनातन सेवा परिषद के संयुक्त तत्वाधान में यह आयोजन हो रहा है।
उन्होंने बताया, “आज हमने आठ जोड़ों का सगाई कार्यक्रम संपन्न कराया है। अगले माह उनका विवाह पूरी भव्यता के साथ संपन्न कराया जाएगा।”
सगाई समारोह में शामिल वर-वधु की सूची
1. विजय राम – लता मानिकपुरी
2. कृष्णा कुमार – रितु कालिंदी
3. कृष्णा कुमार – राजनंदनी कुमारी
4. किसान मुंडा – पिंकी मुंडा
5. विनोद सेठ – रुक्मिणी कुमारी
6. नीरज मुखी – मनसा मुखी
7. सावन मुखी – निकिता सेदरिया
8. राज मुखी – सानिया गोप
समारोह में समाजसेवियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस शुभ अवसर पर मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता रवि ठाकुर, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश मंत्री सोनू ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता गब्बर ठाकुर, मंच के प्रदेश संगठन मंत्री सुजीत वर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता शीतल कुमार, जिला अध्यक्ष रितेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष ममता साहू और जिला महामंत्री नीतीश राय मौजूद रहे।
इसके अलावा वर-वधु पक्ष से 10-10 लोग, स्थानीय समाजसेवी, मीडिया जगत के प्रतिनिधि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित करीब 200 लोग इस पावन आयोजन के साक्षी बने।
गायत्री परिवार और भूतनाथ मंदिर समिति को धन्यवाद
मंच के प्रदेश अध्यक्ष विनोद राणा ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने के लिए गायत्री परिवार और श्री भूतनाथ मंदिर समिति के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
समाजसेवा की मिसाल बना यह सामूहिक विवाह आयोजन
यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम समाज में सामूहिक संस्कारों को बढ़ावा देने और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों के विवाह में सहायता करने की एक अनुकरणीय पहल है। ऐसे आयोजन न केवल भारतीय संस्कृति और परंपराओं को सहेजते हैं, बल्कि समाज में समानता और सद्भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं।
11 मार्च को होने वाले इस भव्य विवाह समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं।