इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश।
इलाहाबाद हाईकोर्ट परिसर में बने आधुनिक अधिवक्ता चैंबर और मल्टी-लेवल पार्किंग भवन के उद्घाटन समारोह में देश की न्यायपालिका और सरकार के शीर्ष प्रतिनिधियों ने एक साथ मंच साझा किया। इस अवसर पर भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुले मंच से प्रशंसा की।
मुख्य न्यायाधीश गवई ने सीएम योगी को “शक्तिशाली और कर्मठ नेतृत्वकर्ता” बताया और कहा कि वे प्रदेश को नई दिशा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अधिवक्ताओं, न्यायाधीशों और आम जनता—तीनों वर्गों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया है।



इलाहाबाद हाईकोर्ट बार की विरासत को बताया प्रेरणादायक
CJI गवई ने इलाहाबाद हाईकोर्ट बार की ऐतिहासिक विरासत की सराहना करते हुए कहा कि यह बार देशभर के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने मोतीलाल नेहरू और तेज बहादुर सप्रू जैसे महान वकीलों का उल्लेख किया, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता और न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
CJI ने अधिवक्ता चैंबर और पार्किंग की अत्याधुनिक संरचना को “दुनिया में अद्वितीय” बताया। उन्होंने कहा,
> “इतनी बड़ी और सुविधा-युक्त अधिवक्ता संरचना शायद पूरी दुनिया में कहीं और नहीं है।”
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सीएम योगी बोले – अधिवक्ताओं के हितों को लेकर सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार अधिवक्ताओं की समस्याओं को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने बताया कि:
अधिवक्ता कल्याण निधि को ₹1.5 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दिया गया है।
इसकी आयु सीमा को भी 70 वर्ष तक बढ़ा दिया गया है।
सात जिलों में अधिवक्ता परिसरों के निर्माण हेतु ₹1,700 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
सीएम योगी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश में अधिवक्ताओं और वादकारियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
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के लिए ज़िले के नाम और संबंधित आंकड़े भी जोड़े जा सकते हैं। बताएं तो विस्तार कर दूं।