श्रमिक दिवस पर एआईएफटीयू (न्यू) ने सरकार की नीतियों पर साधा निशाना, 20 मई को हड़ताल का ऐलान

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जमशेदपुर। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर 1 मई 2025 को शाम 5 बजे, एआईएफटीयू (न्यू) की ओर से प्रेमनगर लक्ष्मीनगर फुटबॉल मैदान, जमशेदपुर में मई दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 200 से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत के.एन. प्रजापति और श्याम द्वारा प्रस्तुत क्रांतिकारी गीतों से हुई, जिसने उपस्थित जनसमूह को जोश से भर दिया। इसके बाद अशोक शुभदर्शी, शैलेन्द्र कुमार अस्थाना, ज्योत्स्ना अस्थाना, नाजिर अहमद नाजिर, मणीश, संजय सोलोमन, सुनील कुमार, सतीश और निशांत राजपूत जैसे कवियों ने प्रगतिशील कविताओं के माध्यम से मजदूरों की आवाज़ को कलात्मक अंदाज में मंच पर प्रस्तुत किया।

मजदूरों की हालात और सरकार की नीतियों पर तीखे प्रहार

सांस्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात वक्ताओं ने मई दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए मौजूदा सरकार की मजदूर नीतियों की कड़ी आलोचना की।
एआईएफटीयू (न्यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सियाशरण शर्मा ने कहा, “मोदी सरकार ने मजदूर विरोधी रुख अपनाते हुए 44 पुराने श्रम कानूनों को समाप्त कर मालिकों के पक्ष में चार श्रम कोड लागू किए हैं। यह मेहनतकशों के अधिकारों पर सीधा हमला है।”

उन्होंने कहा कि सरकार समाज को धार्मिक और जातिगत आधार पर बांटकर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है, जबकि मजदूरों की मूलभूत समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उन्होंने मजदूरों से सिर्फ आर्थिक ही नहीं बल्कि राजनीतिक और सामाजिक संघर्ष में भी एकजुट होने का आह्वान किया।

आगामी हड़ताल में भाग लेने की अपील

एआईएफटीयू (न्यू) की झारखंड सांगठनिक समिति के महासचिव सुजय राय ने मई दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “‘आठ घंटे काम’ का अधिकार मजदूरों के संघर्ष की देन है, लेकिन आज फिर से पूंजीवादी ताकतें 12-14 घंटे काम थोपना चाहती हैं।” उन्होंने कहा कि 20 मई को देशव्यापी मजदूर हड़ताल का आह्वान किया गया है, जिसमें जमशेदपुर के मजदूरों से भाग लेने की अपील की गई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री उजागीर यादव ने की, जबकि अंत में श्री मनोहर मंडल ने सभी कवियों, कलाकारों और उपस्थित श्रोताओं के प्रति आभार जताया।



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