भाजपा नेता राकेश सिंह का तीखा प्रहार: “स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी मर्यादा में रहें, वरना जमशेदपुर में होगा कालिख से स्वागत”




जमशेदपुर – झारखंड की राजनीति में एक बार फिर जुबानी जंग तेज हो गई है। भाजपा जमशेदपुर महानगर के पूर्व महामंत्री राकेश सिंह ने झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि मंत्री अंसारी अपने पद की गरिमा बनाए रखें, अन्यथा जमशेदपुर आने पर उनका “कालिख से स्वागत” किया जाएगा।

“बयानवीर” मंत्री पर भड़के राकेश सिंह

राकेश सिंह ने मंत्री इरफान अंसारी पर तीखा प्रहार करते हुए उन्हें “बयानवीर” कहा और आरोप लगाया कि वे अपने निकम्मेपन और नाकामी से ध्यान भटकाने के लिए बार-बार तथ्यहीन और भ्रामक बयान देते रहते हैं। उन्होंने मंत्री से ऐसी बयानबाज़ी शीघ्र बंद करने की सलाह दी।

एमजीएम मेडिकल कॉलेज को लेकर सच्चाई बताई

राकेश सिंह ने डिमना चौक स्थित नए एमजीएम मेडिकल कॉलेज की बात करते हुए कहा कि इसकी फंडिंग, निर्माण प्रक्रिया और आधारशिला पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में ही रखी गई थी। यह वही परियोजना है जिसे एलएंडटी जैसी प्रतिष्ठित कंपनी ने गुणवत्ता के साथ निर्मित किया। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने अधूरे अस्पताल का उद्घाटन केवल एक चुनावी स्टंट के तहत कर दिया और छह महीने बाद भी वह अस्पताल चालू नहीं हो सका।

“फोटो से ज्यादा कुछ नहीं था उद्घाटन”

उन्होंने कटाक्ष करते हुए पूछा, “क्या मंत्री जी अस्पताल का उद्घाटन करने गए थे या सिर्फ फोटो खिंचवाने?” उन्होंने कहा कि जनता यह सब देख रही है और झूठी वाहवाही अब नहीं चलने वाली।

रघुवर दास के जन्मदिन को लेकर की गई टिप्पणी को बताया बचकाना

इरफान अंसारी द्वारा रघुवर दास के जन्मदिन पर म्यूजिक बजने की बात को राकेश सिंह ने “बचकाना बयान” बताते हुए कहा कि जब पूरा देश पहलगाम आतंकी हमले में शहीद जवानों के दुख में डूबा था, तब रघुवर दास ने सादगी से जन्मदिन मनाया था। यह एक संवेदनशील और जिम्मेदार नेता की पहचान है।

“केक” वाली टिप्पणी पर जताई कड़ी आपत्ति



स्वास्थ्य मंत्री द्वारा महिला विधायक को लेकर दिए गए बयान पर राकेश सिंह ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि “महिला विधायक के मुंह में केक” वाली टिप्पणी न केवल उस महिला का अपमान है, बल्कि पूरे महिला समाज का अपमान है। उन्होंने कहा कि संबंधित महिला विधायक घटना की सूचना मिलते ही अपनी छोटी बच्ची को घर पर छोड़कर सीधे अस्पताल पहुँची थीं। उनका वीडियो कई मीडिया चैनलों पर मौजूद है। ऐसे में मंत्री अंसारी को “केक” कैसे दिख गया?

“विशेष दृष्टि” वाला चश्मा तो नहीं मिल गया?”

इस बयान पर कटाक्ष करते हुए राकेश सिंह ने तंज कसा – “क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इरफान अंसारी को कोई ‘विशेष दृष्टि’ वाला चश्मा पहनवा दिया है?”

मुख्यमंत्री से की अपील

अंत में राकेश सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपील की कि जब वे महिलाओं के अधिकारों की बात करते हैं, तो उनके ही मंत्री कैसे महिलाओं के विरुद्ध आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर सकते हैं? यह दोहरी नीति अब नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि मंत्री सोच-समझकर बयान दें, क्योंकि जनता सब देख रही है।

Leave a Comment