


जमशेदपुर, 1 मई 2025।
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय, पोखरिया में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य श्रमिकों के प्रति सम्मान और सद्भावना व्यक्त करना था, साथ ही उनके योगदान को समाज के सामने उजागर करना भी रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत माननीय अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके बाद विश्वविद्यालय की छात्राओं ने गणेश वंदना पर सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी। इसके बाद विश्वविद्यालय के सभी वर्कर्स को सम्मानित किया गया, जिससे कार्यक्रम का वातावरण आत्मीयता और गरिमा से भर गया।
छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बांधा समा
कार्यक्रम में छात्रों द्वारा बॉलीवुड गीतों पर नृत्य, नाटक, और कविता पाठ जैसी प्रस्तुतियों ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता, और सभी कार्यों का महत्व समाज में बराबर है। कविता पाठ के माध्यम से एक श्रमिक की ज़िंदगी की गहराइयों को भी बड़ी ही संवेदनशीलता से उकेरा गया।
कुलपति ने कर्मचारियों को बताया विश्वविद्यालय की ‘रीढ़’
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणी ने अपने संबोधन में कहा,
> “हमारे विश्वविद्यालय की असली सुंदरता और मजबूती हमारे स्टाफ के योगदान से है। वे हमारे सबसे प्रमुख स्तंभ हैं।”
उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों को इस दिन के अवसर पर विशेष धन्यवाद और शुभकामनाएं दीं।
अधिष्ठाता प्रो. दिलीप शोम ने अपने संबोधन में कहा कि समाज में हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में एक-दूसरे पर निर्भर होता है।
> “जब आप अपना कार्य पूरी निष्ठा से करते हैं, तभी हम भी अपने दायित्वों को सही ढंग से निभा पाते हैं।”
इस मौके पर आईटी विभाग के अधिष्ठाता प्रो. डॉ. रंजन मिश्रा, प्रो. नाजिम खान, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष और संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे और कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाया।
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