Jamshedpur : बिष्टुपुर के राम मंदिर के पीछे स्थित बस्ती में एक हफ्ते पहले संदिग्ध परिस्थितियों में जली युवती करीना कालिंदी उर्फ पूजा कालिंदी ने सोमवार देर रात एमजीएम अस्पताल के बर्न वार्ड में दम तोड़ दिया। करीना की मौत के बाद उसके परिजन और स्थानीय महिलाएं गुस्से में अस्पताल पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने वार्ड में मौजूद आरोपी किशन बाग को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। बाद में पुलिस ने उसे भीड़ से बचाकर हिरासत में लिया।
कैसे हुई घटना?
करीना कालिंदी परसुडीह की रहने वाली थी और सन्नी बाग नाम के युवक के संपर्क में थी। करीना का आरोप था कि सन्नी, उसके भाई किशन बाग और उनकी मां ने उसे केरोसिन डालकर आग के हवाले कर दिया।
हालांकि, आरोपी किशन बाग का कहना है कि करीना ने खुद को जलाया था।
अस्पताल में हंगामा, आरोपी पर महिलाओं का हमला
करीना की मौत की खबर मिलते ही गुस्साए परिजन और स्थानीय महिलाएं एमजीएम अस्पताल पहुंच गईं। वहां मौजूद किशन बाग को देखकर भीड़ ने उसे पकड़ लिया और जमकर पीटा। सूचना मिलते ही होमगार्ड के जवान मौके पर पहुंचे और किसी तरह किशन को भीड़ से बचाकर पुलिस के हवाले कर दिया।
पहले से दर्ज था केस, परिजनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
इस मामले में करीना के परिजनों ने पहले ही बिष्टुपुर थाना में सन्नी बाग और उसके परिवार के खिलाफ केस दर्ज कराया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे नाराज होकर उन्होंने खुद आरोपी किशन बाग को पकड़कर पुलिस को सौंपा। अब करीना की मौत के बाद परिजन और स्थानीय लोग सन्नी बाग, किशन बाग और उनकी मां की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
परिजनों का आरोप – पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
करीना के परिवार का कहना है कि उन्होंने पहले ही बिष्टुपुर पुलिस थाने में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अब जब करीना की मौत हो चुकी है, तब भी मुख्य आरोपी सन्नी बाग पुलिस की पकड़ से बाहर है। गुस्साए परिजन और स्थानीय महिलाएं साकची थाने पहुंच गईं और आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की।
क्या पुलिस लेगी सख्त एक्शन?
करीना कालिंदी की मौत के बाद मामला और गंभीर हो गया है। अब देखना होगा कि पुलिस सन्नी बाग और उसके परिवार के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है। परिजनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।