जमशेदपुर।
जमशेदपुर प्रखंड में हुई सामान्य प्रशासन समिति की मासिक बैठक इस बार नाराजगी के सुरों के साथ चर्चा में रही। बैठक में अधिकांश विभागों के पदाधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर पंचायत समिति सदस्यों ने तीखी नाराजगी जताई और जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल को एक मांग पत्र सौंपते हुए अनुपस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
इस बैठक का नेतृत्व प्रमुख पानी सोरेन ने किया, जिसमें सदस्यों ने साफ तौर पर कहा कि बीते कई वर्षों से अधिकांश विभागीय पदाधिकारी या तो बैठक में आते ही नहीं हैं या फिर यदि आते भी हैं, तो जनता से जुड़े सवालों का संतोषजनक उत्तर देने में विफल रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अलग-अलग विभागों के अधिकारी हर बार बदलते रहते हैं, जिससे वे क्षेत्रीय समस्याओं की वस्तुस्थिति से अवगत नहीं होते और न ही समस्याओं के समाधान में सहयोग कर पाते हैं।
16 मई 2025 को आयोजित इस बैठक में केवल स्वास्थ्य विभाग और पीएचईडी विभाग के ही पदाधिकारी उपस्थित रहे, जबकि अन्य सभी विभागों के अधिकारी अनुपस्थित रहे। यह स्थिति तब है जब बैठक की सूचना सभी विभागों को पूर्व में पत्राचार के माध्यम से दी गई थी। ऐसे में समिति के सदस्यों ने कहा कि वे अपने पंचायत क्षेत्रों में जनता के सवालों का सही उत्तर नहीं दे पा रहे हैं, जिससे जनप्रतिनिधियों की साख पर असर पड़ रहा है।



बैठक में मौजूद सभी पंचायत समिति सदस्यों ने एकजुट होकर जिला प्रशासन से यह मांग की कि विभागीय अधिकारियों की इस उदासीनता पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो।
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीडीसी (उपविकास आयुक्त) को जांच का निर्देश दिया है और समस्या के शीघ्र समाधान का भरोसा भी दिलाया। साथ ही उन्होंने अनुपस्थित अधिकारियों पर आवश्यक कार्रवाई का भी आश्वासन दिया।
बैठक में उपस्थित प्रमुख जनप्रतिनिधि:
प्रमुख पानी सोरेन
उपप्रमुख शिव हांसदा
किशोर सिंह
मनोज यादव
सुनील गुप्ता
सतबीर सिंह बग्गा
सुशील कुमार
पंकज महतो
रवि कुरली
सोनिया भूमिज
संगीता पात्रों
जैस्मिन गुड़िया
साकरो सोरेन
आरती करूवा
आशा जायसवाल