जमशेदपुर में मई दिवस पर कवि सम्मेलन और जनसभा, मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ उठी आवाज

जमशेदपुर (प्रेमनगर)।
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर प्रेमनगर लक्ष्मी नगर फुटबॉल मैदान में AIFTU (न्यू) द्वारा एक भव्य सांस्कृतिक और जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शाम 5 बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में 200 से अधिक लोगों ने भाग लिया और श्रमिक अधिकारों की आवाज़ को बुलंद किया।

क्रांतिकारी गीतों से हुई शुरुआत, कविताओं से गूंजा मंच
कार्यक्रम की शुरुआत के.एन. प्रजापति और श्याम द्वारा प्रस्तुत क्रांतिकारी गीतों से हुई, जिन्होंने श्रोताओं को जोश और चेतना से भर दिया। इसके बाद अशोक शुभदर्शी, शैलेन्द्र कुमार अस्थाना, ज्योत्स्ना अस्थाना, नाजिर अहमद नाजिर, मणीश, संजय सोलोमन, सुनील कुमार, सतीश और निशांत राजपूत सहित कई कवियों ने प्रगतिशील कविताओं के माध्यम से मजदूर आंदोलन की भावनाओं को स्वर दिया।

मजदूरों की बदतर स्थिति पर उठी चिंता
AIFTU (न्यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सियाशरण शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए NDA सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि 44 श्रम कानूनों को खत्म कर 4 पूंजीपति-हितैषी लेबर कोड लागू किए गए हैं, जो श्रमिकों की सुरक्षा और अधिकारों को कुचलने की साजिश हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जनसमस्याओं से ध्यान भटकाकर धार्मिक ध्रुवीकरण के सहारे सत्ता बनाए रखना चाहती है।

आंदोलन और अखिल भारतीय हड़ताल का आह्वान
झारखंड सांगठनिक समिति के महासचिव सुजय राय ने मई दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 8 घंटे कार्यदिवस की जो ऐतिहासिक जीत मजदूरों ने हासिल की थी, उसे अब फिर से छीनने की कोशिश हो रही है। उन्होंने बताया कि 12-14 घंटे काम लेने की साजिशें रची जा रही हैं और यह पूरी तरह पूंजीपतियों के संकट को मजदूरों पर थोपने की योजना है। उन्होंने ऐलान किया कि 20 मई को देशव्यापी मजदूर हड़ताल का आह्वान किया गया है और जमशेदपुर के मजदूरों से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता उजागीर यादव ने की
पूरे कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री उजागीर यादव ने की, जिन्होंने मजदूर आंदोलन को मजबूती से आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

आभार ज्ञापन
कार्यक्रम के अंत में मनोहर मंडल ने सभी कवियों, कलाकारों, आयोजकों और उपस्थित जनसमूह का आभार जताया।

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