


जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिले में निवेश के नाम पर हुए एक बड़े घोटाले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त अनन्य मित्तल से मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा। इसमें वेल्फेयर बिल्डिंग एंड इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी द्वारा जमशेदपुर के करीब 300 से अधिक लोगों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी का आरोप लगाया गया है।
ब्याज और डबल मनी का झांसा देकर की ठगी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने बताया कि उक्त कंपनी ने निवेशकों को उच्च ब्याज दर और पैसे दोगुना करने का लालच देकर उनसे मोटी रकम वसूली। कंपनी ने शुरुआत में विश्वास जगाने के लिए कुछ समय तक ब्याज की राशि लौटाई भी, लेकिन बाद में कंपनी का कार्यालय (ऑफिस कोड 09, आंध्र भक्त राम मंदिर के समीप, बिष्टूपुर) बंद कर दिया गया और अब संचालकों का कोई अता-पता नहीं है।
साक्ष्यों के साथ सौंपा गया मांग पत्र
दुबे ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त को कंपनी द्वारा जारी उपभोक्ता कोड और निवेश की गई राशियों का पूरा विवरण सौंपा है, जो करोड़ों रुपए की ठगी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह मामला आम जनता के विश्वास का उल्लंघन है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
डीसी ने दिया जांच का आश्वासन
जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने प्रतिनिधिमंडल की बातें गंभीरता से सुनीं और कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी और दोषियों के विरुद्ध कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
कांग्रेस लड़ेगी जनता की लड़ाई
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने कहा, “जमशेदपुर के 300 से अधिक पीड़ित नागरिकों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी एक लंबी और निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।” प्रतिनिधिमंडल में रामदास मेहता समेत अन्य नेता भी उपस्थित रहे।