
जमशेदपुर। केंद्र सरकार द्वारा आगामी जनगणना में Caste-based Census को शामिल किए जाने के फैसले पर देशभर में प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इसी कड़ी में OBC Morcha Jamshedpur के जिला अध्यक्ष सागर राय ने इस निर्णय को “सामाजिक न्याय की दिशा में युगांतकारी” बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
सागर राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, “हम केंद्र सरकार द्वारा जातिगत जनगणना के ऐतिहासिक निर्णय का पूरे हृदय से स्वागत करते हैं। यह कदम लंबे समय से चली आ रही सामाजिक मांगों की पूर्ति है और इससे Social Justice, OBC Rights और Inclusive Development को नया बल मिलेगा।”

उन्होंने बताया कि भारत में आखिरी बार जातिगत जनगणना 1931 में ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी। 2011 में भले ही Socio-Economic and Caste Census (SECC) कराई गई थी, लेकिन उसके जातिगत आंकड़े आज तक सार्वजनिक नहीं किए गए, जिससे कई नीतिगत निर्णय अधूरे रह गए।
“हक और हक़ीक़त के बीच की दूरी अब कम होगी”
ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष के अनुसार, जातिगत आंकड़ों की अनुपलब्धता की वजह से ओबीसी समाज को उसके अधिकारों से वंचित रहना पड़ा। अब जब सरकार ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है, तो यह न सिर्फ सामाजिक संरचना को समझने में मदद करेगा, बल्कि योजनाओं, आरक्षण और राजनीतिक प्रतिनिधित्व जैसे मुद्दों पर Data-based Policy Making को संभव बनाएगा।
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने यह निर्णय लेकर फिर साबित किया है कि वे केवल एक कुशल प्रशासक नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय के प्रति संवेदनशील नेता हैं। उनका यह कदम ‘Sabka Saath, Sabka Vikas, Sabka Vishwas, Sabka Prayas’ की भावना को चरितार्थ करता है।”
“समावेशी राष्ट्र की दिशा में बड़ा कदम”
सागर राय ने उम्मीद जताई कि इस निर्णय के बाद ओबीसी समाज को वास्तविक आंकड़ों के आधार पर योजनाओं का लाभ और समान प्रतिनिधित्व मिलेगा। इससे भारत को Equitable, Just and Inclusive Nation बनाने की दिशा में मजबूती मिलेगी।
